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चन्द्रकान्ता महाविद्यालय

आज दिनांक 11 जुलाई 2024 को चंद्रकांता महाविद्यालय पीर बियाबानी सिकंदराबाद बुलंदशहर में विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया इसके मुख्य वक्ता डॉ आशुतोष उपाध्याय थे उन्होंने कहा की
आज 11 जुलाई ,विश्व जनसंख्या दिवस नामक त्यौहार के लिए जाना जाता है।सन 1989 में सँयुक्त राष्ट्र संघ ने 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की घोषणा की थी।इसे मनाने का कारण है जनसंख्या सम्बंधित समस्याओं पर वैश्विक चेतना जागृत करना।इस बार की थीम है ::किसी को पीछे ना छोड़े,सभी की गिनती करें । सन 1930 में विश्व की आबादी 100 करोड़ थी,2000 में 750 करोड़ सुर 2024 में 800 करोड़ हो गई।आज 7 जुलाई को भारत की आबादी एक अरब चवालीस करोड़ उन्नीस हजार तीन सौ बत्तीस ह्यो गई।आज हम दीर्फ़ दिवस नही मनाना है बल्कि समाज, राष्ट्र,पर्यावरण पर जनसंख्या के प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाना हैं।हमें सोचना होगा आर्थिक विकास ,गरीबी,आय वितरण, सामाजिक सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास,पानी,भोजन,ऊर्जा के संरक्षण के विषय में।कयोकि बढ़ती जनसंख्या के कारण ना तो रोजगार है, ना पानी, ना आक्सीजन, ना आवास, ना सड़क।
प्राचार्य ने अपनी उद्बोधन में कहा कि आजादी के बाद से तो ,बच्चे पैदा करना ही भारत का राष्ट्रीय खेल बन गया है।हमारे लिए चिंता का विषय है कि सन 1952 में हमने विश्व मे सबसे पहले जनसंख्या नियंत्रण की बात की थी लेकिन सिर्फ बात की,नियंत्रण नही किया।इसलिए आज हमें अन्न,जल,वायु,आवास,की कमी से जूझना पड़ रहा है, अतः आप सभी से निवेदन है कि हमे अपने राष्ट्रीय खेल बच्चे पैदा करना बंद करना होगा।
इस अवसर पर महाविद्यालय के अनेक छात्र-छात्र मौजूद रहे