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चन्द्रकान्ता महाविद्यालय

मेकिंग इंडिया के शक्तिपुंज थे डॉ अंबेडकर:डॉ विप्लव*
पीरबियावानी स्थित चंद्रकांता महाविद्यालय में सोमवार को सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में महाविद्यालय के अनेक छात्र छात्राओं ने भाग लिया। इस दौरान प्राचार्य डॉ विप्लव ने कहा कि डा0 भीमराव अंबेडकर का भारतीय संविधान में काफी महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होनें भारत को एक मजबूत लोकतांत्रिक व्यवस्था वाला संविधान दिया है जिसमें सभी के अधिकार सुरक्षित हैं। उन्होनें डा0 भीमराव अंबेडकर को एक सच्चा देशभक्त भी बताया। उन्होंने कहा संविधान वह प्रारूप है,जिसे राज्य ने नागरिको को नियमबद्ध प्रशासन देने के लिए अपनाया है,प्रत्येक राज्य का किसी न किसी रूप में संविधान अवस्य ही होता है,और संविधान का यह रूप उन देश की परिस्थितियों के अनुसार होता है,प्रत्येक देश की परिस्थितियां अलग अलग होने के कारण उन देश के संविधान की अपनी कुछ विशेषता होती है,डॉ आंबेडकर का चिंतन बहुआयामी है तथा इस कारण उन्होंने प्रभावकारी ढंग से समाज की हर समस्या पर विचार ही नही किया वरन उसके समाधान हेतु उपयोगी सुझाव भी दिया, कार्यक्रम संयोजक डा0 आशुतोष ने कहा कि भारत का संविधान अन्य समस्त देशों के संविधान से अच्छा है। जिसमें केंद्र व राज्यों को कार्य करने के लिए पूर्ण स्वतंत्रता है। डॉ अम्बेडकर जहाँ एकओर सरोपरि दलितों के मशीहा या उनके मुक्तिदाता थे,वही दूसरी तरफ वे सम्पूर्ण भारतीय समाज के प्रमुक राजनेता और आधुनिक मनु के रूप में नवसंघिताकार भी थे,
डॉ संजीव कुमार ने कहा कि संविधान राजकीय आचरण का विधान है,यह किसी देश की शासन के उन आधारभूत नियमो का संग्रह है जिसके आधार पर उस देश का शासन तंत्र संचालित होता हैं,इन नियमो द्वारा सरकार का संगठन,और सामान्य सिद्धान्त निर्धारित किया जाता है,
हारून खान ने कहा कि डॉ अंबेडकर ने समाज क्निके विघटन को रोककर उसे स्वतंत्रता ,समता, तथा वन्धुत्व के सिद्धांतों पर पुनर्गठित करने का जो कार्य किया है उससे सम्पूर्ण भारतीय समाज उनका चिर ऋणी रहेगा,फलतः इसी रूप में वे चिर काल तक अनुकरणीय बने रहेंगे