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चन्द्रकान्ता महाविद्यालय

महिलाओं एवं बुजुर्गों को कराया अक्षर ज्ञान*
राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के दूसरे दिन कार्यक्रम अधिकारी डॉ विप्लव और बीसीए प्रवक्ता प्रेम जी के नेतृत्व में स्वयंसेवक एवं सेविकाओं ने ग्राम बीवानीपीर में अशिक्षित महिलाओं और बुजुर्गों को अक्षर ज्ञान कराकर उन्हें साक्षरता का महत्व समझाया छात्र छात्राओं को टोलियो में बैठकर सुबह के सत्र में गांव के प्रत्येक घर में भेजा गया और अनपढ़ महिलाओं और बुजुर्गों को नाम लिखना सिखाया तथा ग्राम में साक्षरता रैली निकालकर ग्रामवासियों को शिक्षा के प्रति जागरूक किया तथा अपने बेटे बेटियों को पढ़ाने का आग्रह किया गया छात्रों ने दीवाल पर नारे भी लिखे जिनमें जगे देश की क्या पहचान पढ़ा लिखा मजदूर किसान, हर एक पढ़ाए एक ,हम बदलेंगे जग बदलेगा, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, जैसे नारों का उपयोग किया गया शिविर के दूसरे सत्र में अशिक्षा और बेरोजगारी पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें स्वयंसेवक एवं स्वयंसेवकों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया, तनु ,विनीत गुप्ता ,सोनिका पायल ,रोबिन भाटी, प्रतीक्षा, रोहित कुमार ,कोमल ,प्रिया, आदि स्वयंसेवकों ने अशिक्षा और बेरोजगारी पर अपने विचारों को स्पष्ट किया ।प्रवक्ता डॉ आशुतोष उपाध्याय ने ग्राम वासियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा ही हमारे समाज में को कुप्रथाओं, अंधविश्वासों और साथ ही बेरोजगारी को उत्पन्न करती है इसको दूर करने के लिए समाज में शिक्षा का अलख जगाना पड़ेगा ।कार्यक्रम अधिकारी डॉ विप्लव ने बताया कि शिक्षा के द्वारा ही समाज में परिवर्तन लाया जा सकता है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि किसी भी देश में महिलाओं का शिक्षित होना आवश्यक है इसी के साथ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर विप्लव ने सभी का आभार व्यक्त किया और राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक और सेविकाओं के कार्यों की तारीफ भी की