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चन्द्रकान्ता महाविद्यालय

राष्ट किस ओर जाएगा इसका निर्धारण करते हैं गुरू : डॉ विप्लव
पिरबियावानी : चंद्रकांता महाविद्यालय, पिरबियावानी में शिक्षक दिवस के अवसर पर ‘राष्ट निर्माण में शिक्षकों की भूमिका’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया राष्ट्रीय सेवा योजना,स्काउट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए डॉ. विप्लव ने कहा कि राष्ट कैसा होगा, राष्ट किस ओर जाएगा, इसकी आधारशिला भी गुरू ही रखते हैं. तभी तो आचार्य चाणक्य ने कहा है कि शिक्षक साधारण नहीं होता, प्रलय और निर्माण दोनों ही उसकी गोद में पलते हैं. शिक्षक सिर्फ वर्ग कक्ष में पढ़ाने वाला ही नहीं होता है, बल्कि किसी भी प्रकार के ज्ञान से परीचित कराने वाले व्यक्ति गुरू है. उन्होंने कहा कि पाश्चात्य गुरूओं ने अगर विश्व को हिटलर-मुसोलिनी जैसे तानासाह दिये, तो भारत गुरूओं ने चंद्रगुप्त-अशोक जैसे शासक पैदा किया. इस अवसर पर संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए डॉ संजीव कुमार ने कहा कि शिक्षक समाज और राष्ट का शिल्पकार कहा जाता है. शिक्षक ही हमारे विचारों को दुरूस्त करते हैं. ताकि हमारा राष्ट दुरूस्त रहे. इस अवसर पर चंद्रकांत शर्मा,हरेंद्र कुमार,अशोक,संजय,अंजू ,मोहन,हारून खान,मनोज,आदि ने विचार रखे. इस मौके पर छात्र छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के द्वारा अपनी प्रतिभा का परिचय दिया कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती बन्दना से हुई,छात्राओ द्वारा प्रस्तुत समस्त प्रस्तुति को लोगो ने खूब सराहा,प्राचार्य द्वारा महाविद्यालय के समस्त शिक्षकों को स्मृति चिन्ह देकर संमानित किया गया,महाविद्यालय की छात्राओं में पल्लवी,तनु,अनामिका,सोनाली,उर्वसी,आदिति, चंचल,निधि,निशु,साक्षी,आदि छात्राओ ने महत्वपूर्ण योगदान दिया,गोष्ठी का संचालन डॉ.संजीव कुमार, अतिथियों का हारून खान,एवं इमरान जी और धन्यवाद ज्ञापन रुकसार जी ने किया